सौतुक डेस्क/
सरकार विरोधी अपने स्टैंड और हाल ही में सीबीआई छापों की वजह से चर्चा में रहे मीडिया समूह एनडीटीवी के बिकने की खबर आ रही है. अलबत्ता कुछ समूह इस खबर के गलत होने की खबर भी चला रहे हैं. एनडीटीवी की तरफ से अभी तक कोई अधिकृत बयान नहीं आया है.
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, वर्ष 2014 में नरेन्द्र मोदी के चुनाव प्रचार में सहयोग करने वाले तथा स्पाइस जेट के सह-संस्थापक अजय सिंह आने वाले समय में इसके मालिक होंगे.
इस सरकार के आने के बाद से भारतीय मीडिया लगभग दो खेमों में बंट गया था. मीडिया के अधिकतम संस्थान मोदी सरकार के पक्षधर दिखने की कोशिश कर रहे थे. वहीं कुछेक मीडिया संस्थान जिनमें एनडीटीवी भी शामिल हैं, तटस्थ रहने का दावा करते रहे थे. अलबत्ता सरकार और भाजपा समर्थक लोग, एनडीटीवी पर सरकार विरोधी और कांग्रेसी होने के इलज़ाम लगाते रहे हैं.
इसी साल पांच जून को इस चैनल के मालिक प्रणव रॉय के घर पर छापा मारा जिसको चैनल ने प्रेस की स्वतंत्रता का हनन बताया. एनडीटीवी ने वक्तव्य जारी करते हुए कहा था कि सीबीआई ने एक सतही शिकायत पर एफआईआर दर्ज किया है.
एक्सप्रेस की खबर बता रही है कि अजय सिंह जो भाजपा के 2014 के चुनाव कैम्पन का हिस्सा रहे हैं उन्होंने इस चैनल का 40 प्रतिशत मालिकाना हक़ खरीद लिया है. इस वजह से वह इस चैनल के मालिक माने जायेंगे जिनका एडिटोरियल यानि सम्पादकीय मुद्दों पर भी अधिपत्य होगा. प्रणव और उनकी पत्नी राधिका राय का इस चैनल में मालिकाना हक़ महज़ 20 प्रतिशत रह जाएगा.
अंग्रेज़ी अखबार द हिन्दू ने इस खबर के गलत होने की खबर चलाई है पर उसमे भी एनडीटीवी का अधिकृत बयान नहीं दिया गया है. यह आशा जरुर की गई है कि अधिकृत बयान शाम तक आ सकता है.