‘देने वाला जब भी देता, देता छप्पर फाड़ के’ हेरा फेरी फिल्म का यह गाना सदियों से कही जा रही उस कहावत पर आधारित है कि देने वाला छप्पड़ फाड़ कर देता है. पर सामान्यतः इसको हेरा-फेरी जैसी फिल्मों में ही चरितार्थ होते हुए देखा जाता है. क्या हो जब वास्तविक जीवन में ऐसा कुछ हो.
इंग्लैण्ड में रहने वाली एक महिला के साथ एकदम यही हुआ है. डेबरा गोदार्ड नाम की एक 55 वर्षीय महिला के ऊपर किस्मत कुछ ऐसी ही मेहरबान हुई जब यह महिला 33 साल की थी तो उसने कुछ सस्ते गहने खरीदे थे जिसमें एक शीशे वाली अंगूठी भी शामिल थी. एकदम सस्ती सी.
गोदार्ड लन्दन में रहती हैं और जब इस अंगूठी को उन्होंने एक एक्सिबिशन खरीदा था तो उनको इसके लिए 10 यूरो देना पड़ा था. यानि भारतीय रुपये में 920. सामान्यतः लोग ऐसी चीजों को इस्तेमाल करने के बाद बेच देते हैं या कहीं कूड़े में डाल देते हैं. पर गोदार्ड इसे रखे रहीं शायद नियति को कुछ और ही मंजूर था.
हाल ही में जब उनकी माँ को कुछ ठगों ने बुरी तरह ठग लिया तो गोदार्ड अपने सारे चीजें जिससे कुछ पैसा मिलने की उम्मीद थी, लेकर सोनार के पास गईं. उस अंगूठी को देखकर न केवल सोनार बल्कि खुद गोदार्ड के भी होश उड़ गए, जब उसकी सच्चाई उन्हें पता चली.
सोनार ने बताया कि अंगूठी में लगा शीशा कुछ और नहीं बल्कि 26.27 कैरेट हीरा है और इसकी बाज़ार में कीमत करीब 740, 000 यूरो है यानि कि भारतीय रुपये में 6.8 करोड़.
दी सन को दिए गए साक्षात्कार में, इस महिला ने कहा, “जब मैं सोनार के पास गई तो वह लगभग बेहोश होने की स्थिति में पहुँच गया और पूछा कि आपको अंदाज़ा भी है, कि आप क्या लेकर आईं हैं?” फिर उसने खुद बताया कि यह हीरा है. महिला ने कहा कि उस रात वह पूरे समय इस अंगूठी को निहारती रही.
फिर उस महिला ने इस अंगूठी की नीलामी करने का निर्णय लिया. नीलामी में आये खर्चे के बाद उनके पास 4.3 करोड़ रुपये आये. इस पैसे से उन्हें खूब मजे किये, छुट्टियां प्लान की.
इस महिला ने एक किताब भी लिखी है जिसका नाम है ‘कार बूट डायमंड’ जिससे आने वाला पैसा वो दान करेंगी.