सौतुक डेस्क/
भोपाल में एक महिला ने कथित तौर पर तीन पुलिसकर्मियों से परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया था. उसने 17 नवम्बर को खुद को आग लगा ली थी जिसमे कल शाम को एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई. इसके विरोध में उस महिला के समुदाय (पारधी) के लोगों ने जब थाने का घेराव किया तो उसमे पुलिस ने उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े. कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया जिसमे आम आदमी पार्टी के मध्य प्रदेश के संयोजक अलोक अग्रवाल भी शामिल थे.
गांधी नगर में 17 नवंबर को पारधी समुदाय की महिला इंद्रमल बाई ने केरोसिन डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी. कल देर रात उनकी मौत हो गई थी. उसका आरोप था कि तीन पुलिस वालो द्वारा उसे लगातार परेशान किया जा रहा था और 20000 रु की मांग की जा रही थी. इससे तंग आकर उस महिला ने आत्महत्या कर ली थी.
मीडिया से बात करते हुए इंद्रमल की मां ने बताया कि कल देर रात उसकी बेटी का देहांत हो गया. भोपाल के ही एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था.
मृतक की माँ ने आरोप लगाया कि ये पुलिस कर्मी मृतक से 20,000 रूपये की मांग कर रहे थे. उनलोगों ने उसे धमकी दी थे कि अगर वह पैसा नहीं देती है तो उसके खिलाफ थाने में एक मामले में प्रकरण दर्ज कर देंगे. इससे तंग आकर उसने आत्म हत्या की. मालूम हो कि वह महिला पारधी समाज से आती है जो खानाबदोश या घुमक्कड़ की जिंदगी जीते हैं.
अलबत्ता पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों ने महिला को आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करने में पुलिस की भूमिका से इनकार किया है.
आज इसके विरोध में उस समुदाय के लोग भोपाल स्थित गांधी नगर पुलिस थाने का घेराव किया. इनलोगों की मांग थी कि पुलिस इस मामले में एफआईआर दर्ज करे. पुलिस ने इनकी मांग को नजरअंदाज किया जिसपर नाराज लोगों ने आज थाने का घेराव किया.
इन घेराव करने वाले में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल थे. पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जिसमे आप के मध्य प्रदेश के संयोजक अलोक अग्रवाल भी शामिल थे.
मीडिया को जारी बयान में अलोक अग्रवाल ने कहा कि महिला के आत्महत्या करने पर दोषियों के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज हो रहा है पर जो लोग इसके खिलाफ विरोध कर रहे हैं उनको सरकार जरुर गिरफ्तार कर रही है. उनके अनुसार मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था चिंताजनक है.